चंद्रयान-3 – यह नाम सुनते ही आपको गर्व महसूस होता है. सीना छोड़ा हो जाता है. भारतीय कंपनी ISRO 14 जुलाई, 2023 को इतिहास रचने जा रहा है. क्यों इस दिन ISRO चंद्रयान-3 मिशन को लॉच करेगा। यह लॉन्चिंग भारत के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से की जाएगी। हम सभी भी इसी पल का इन्तजार कर रहे है. हलाकि पिछली बार भी ISRO ने चंद्रयान-2 को लांच किया था लेकिन रोवर की लीडिंग सफल नहीं हुयी।
![मिशन चंद्रयान-3 भारत का नया कीर्तिमान](https://deganacity.com/wp-content/uploads/2023/07/chandrayaan-3-1024x576.webp)
उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी ISRO में मौजूद थे. जहाँ उन्होंने सभी की हौसला अफजाई की. आपने उस टाइम के कई वीडियो देखे होंगे जिसमे ISRO के प्रमुख रोते हुवे नजर आ रहे है. प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को ये बताया की आपने एक कोशिश की है जो लगभग सफल हो गयी थी लेकिन आपको एक बार फिर से प्रयास करना चाहिए। उसी का नतीजा है मिशन चंद्रयान-3.
क्या अलग है चंद्रयान-3 में
चंद्रयान-3 में ISRO ने बोहोत से बदलाव किये है. ISRO की टीम ने चंद्रयान-2 की जो भी खामिया थी उनको दूर किया। चंद्रयान-3 में केवल ही एक लैंडर और एक रोवर होगा। जिसमे लैंडर का नाम विक्रम और रोवर का नाम प्रज्ञान रखा गया है. इसमें एक ऑर्बिटर का इस्तेमाल नहीं हुवा है. लेकिन चंद्रयान-2 में ऑर्बिटर था. ऑर्बिटर की जगह चंद्रयान-3 में प्रणोदन मॉड्यूल संचार रिले उपग्रह का काम करेगा। चंद्रयान-2 के विपरीत चंद्रयान-3 को चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में उतरने का फैसला किया गया है. क्यों की चंद्रयान-2 को चंद्रमा के उत्तर में उतारा गया था. इसके रोवर को काफी मजबूत बनाया गया है, रोवर में अधिक सेंसर का इस्तेमाल हुवा है ताकि रोवर नहीं भटक नहीं जाए.
चंद्रयान-3 के उद्देश्य
- यह भारत का पहला प्रयास होगा जिसमे कोशिश रहेगी की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में भारत पहले प्रयास में अंतरिक्षयान सफलतापूरक उतार पायेगा।
- ISRO ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव को इसीलिए चुना क्यों की यहाँ के लिए किये गए कई मिशन बोहोत सी चीजों का विस्तार से पता नहीं लगा पाए.
- चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सूर्य की किरणे तिरछी पड़ती है. इसलिए यहाँ पानी, बर्फ मिलने की आशंका ज्यादा है.
- यह मिशन वहा के वातावरण का भी अध्ययन करेगा।
- भारत की यह कोशिश आने वाली भावी पीढ़ियों के लिए प्ररेणा का स्त्रोत बनेगी।
- चंद्रमा पर उतरने वाले यान पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है इसको भी देखा जायेगा ताकि भविष्य में यहां स्पेस सेण्टर बनाया जा सके.
मिशन चंद्रयान-3 कब लांच होगा ?
मिशन चंद्रयान-3 14 अप्रैल 2023 , शुक्रवार लांच होगा.
मिशन चंद्रयान-3 कहाँ से लांच किया जायेगा ?
मिशन चंद्रयान-3 14 अप्रैल 2023 , शुक्रवार भारत के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच होगा।
चंद्रयान-3 की कीमत क्या है ?
चंद्रयान-3 की कीमत 615 करोड़ रूपये है.
क्या चंद्रयान-3 सफल हुवा ?
जी हां, चंद्रयान-3 सफल रहा. यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व की बात है.
चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम क्या है ?
चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम विक्रम है.
चंद्रयान-3 के रोवर का नाम क्या है ?
चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम प्रज्ञान है.